बरेली। यूपी में दिन प्रतिदिन बेटियों से अत्याचार की घटना बढ़ती जा रही हैं. हर दिन बेटियों से शोषण की घटनाएं सामने आ रही हैं. जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने वाली सरकार बेटियों की सुरक्षा पर सिर्फ कागजों और चैनलों में बोलकर अपना पीठ भले ही थप थापा ले. लेकिन हकीकत से सब कोई रूबरू है आज उत्तर प्रदेश में बेटियों का क्या हाल है इस पर सरकार को गंभीरता से सोचने की जरूरत है। अब समय आ गया है कि सरकार बेटियों की सुरक्षा के लिए कठोर नियम बनाकर दोषियों पर उचित एवं जमीनी स्तर पर कार्यवाही करे।
ऐसा ही कुछ घटना बरेली के सीबीगंज क्षेत्र में दिल दहलाने वाली वारदात हुई है। छेड़खानी का विरोध करने पर कोचिंग से घर लौट रही छात्रा को दो शोहदों ने ट्रेन के आगे फेंक दिया, जिससे उसका एक हाथ और दोनों पैर कट गए। उसकी कई हड्डियां भी टूट गई। अस्पताल में भर्ती छात्रा की हालत चिंताजनक बनी हुई है। पुलिस शोहदों की तलाश कर रही है।
सीबीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली इंटर की छात्रा शाम को सीबीगंज में कोचिंग पढ़ने जाती है। उसके अधिवक्ता चाचा के मुताबिक उसके आने-जाने के दौरान एक युवक और उसका साथी उससे छेड़छाड़ करते थे। छात्रा से जानकारी मिलने पर परिजनों ने आरोपियों के घर वालों से शिकायत की, मगर वे दोनों नहीं माने।
मंगलवार को भी कोचिंग गई थी। शाम को लौटने के वक्त वह खड़ौआ रेलवे क्रॉसिंग के पास लहूलुहान हालत में मिली। उसके दोनों पैर कटे हुए थे। जानकारी करने पर पता चला कि उन्हीं दोनों युवकों ने उसे रास्ते में रोककर छेड़छाड़ की। विरोध करने पर उसे ट्रेन के आगे फेंककर जान लेने की कोशिश की।
पुलिस ने उसे इज्जतनगर क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां रात में उसका ऑपरेशन किया गया। एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि एक युवक का नाम सामने आया है, उसकी तलाश की जा रही है। अभी यह नहीं कहा जा सकता कि छात्रा को ट्रेन के आगे फेंका गया या कुछ और हुआ। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जाएगी।