आर पी पी न्यूज़- काकोरी,लखनऊ: राजधानी से हरदोई की तरफ जाने वाला दिल्ली मुख्य मार्ग बाज नगर गांव के आगे से अंधे चौकी महिपतमऊ तक पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो गया है तो वहीं पर आईआईएम मार्ग दुबग्गा से लेकर आई एम चौराहे तक कई जगह पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं इसके अलावा क्षेत्र की सड़कों की स्थिति बहुत ही दयनीय है
बसपा शासन काल में प्रत्येक गांव को जोड़ने वाले सड़कों का जाल फैलाया गया था जिसमें गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए सड़के बनाई गई थी यहां तक की राजधानी से जुड़े हुए सभी गांव को जाने वाले रास्तों को मुख्य मार्ग से जोड़ा गया था। उस समय की बनी हुई सड़कें समाजवादी पार्टी के शासनकाल में ठीक कराई गई उसके बाद सरकार की तरफ से गड्ढा मुक्त सड़क करने का ऐलान किया गया। लेकिन यह गांव को जोड़ने वाली सड़कों की तरफ किसी भी अधिकारी को नहीं दिखा जिसके कारण अब उन सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है गड्ढों में भरा पानी लोगों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्षेत्र की विशेष तौर से जेहटा से दुर्गागंज रेलवे लाइन को जोड़ने वाली सड़क बहुत ही दयनीय स्थिति में हो गई है बनिया खेड़ा गांव के पास बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं जिसमें हर समय पानी भरा रहता है लोगों को निकलना मुश्किल हो गया है कटौली ग्राम प्रधान हरिशंकर यादव ने इस सड़क को जल्दी बनाए जाने की मांग की है इसी तरह काकोरी से बहरू मार्ग जाने वाली सड़क का हाल बद से बदतर हो गया है इस सड़क पर चलना लोगों के लिए मुश्किल का सामना करना पड़ता है यह सड़क धीरे धीरे गड्ढों में तब्दील होती जा रही है इस सड़क पर चलने वाले भालिया बहरू दसदोई गोहरामऊ सिमरामऊ करझन के अलावा अनेक गांव जोड़ते हैं भलिया प्रधान आनंद कुमार गौतम कुसमी ग्राम प्रधान टी वी सिंह भलिया निवासी अजय सिंह चौहान सत्येंद्र सिंह चौहान दसदोई प्रधान अनिल कुमार गौतम ने इस सड़क को जल्दी से जल्दी दुरुस्त कराने की मांग की है इसी तरह काकोरी बहरू मार्ग से बसरेला असत्य खेड़ा खालिसपुर बबुरीहां खेड़ा के अलावा अन्य गांव को जोड़ती है यह सड़क दिन पर दिन गड्ढे में तब्दील होती जा रही है इसकी बजरी डामर उखड़ कर एक किनारे हो गया है इस पर पैदल चलना भी बहुत मुश्किल हो गया है इसी तरह काकोरी कस्बा से चिलौली फार्म होते हुए मोहन मार्ग को जोड़ने वाली सड़क भी अपनी स्थिति पर आंसू बहा रही है इस सड़क पर सुबह से शाम तक चलने वाले लोगों का तांता लगा रहता है लेकिन साइकिल व मोटरसाइकिल से चलने वाले राहगीर उछलते हुए चलते हैं क्योंकि यहां भी जगह जगह पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं इस सड़क को ठीक कराए जाने की मांग राजबाला रावत पूर्व प्रमुख व डॉक्टर मोहन लाल पासी सदस्य जिला पंचायत ने की है ऐतिहासिक धरती काकोरी कस्बा से सीधे घुरघुरी तालाब को जाने वाली सड़क की हालत देखकर तो यह लगता है कि कहीं दूसरे इलाके में आ गए हैं क्योंकि यह सड़क बहुत ही पुरानी सड़क है इस पर जो कार्य पहले कराया गया था उसके बाद वैसे के वैसे पड़ी हुई है इस सड़क पर विशेष रुप से गुरुदीन खेड़ा कौड़िया खेड़ा सकरा शक्कर खेड़ा इब्राहिमगंज पुरैना के अलावा अनेक गांव के लोग इस पर चलते हैं इस मार्ग को रूप नारायण यादव पूर्व ब्लाक प्रमुख ने बनाए जाने की मांग की है इसी तरह तेज किशन खेड़ा रानी खेड़ा से विशेश्वर खेड़ा दोना गांव को जोड़ने वाली सड़क भी खस्ताहाल हो चुकी है एक बार बनाए जाने के बाद इसकी तरफ मुड़कर किसी ने नहीं देखा क्षेत्र के गोपरा मऊ सरसंडा को जोड़ती हुई सिरगा मऊ किठाई पारा से कसमंडी कलां को जोड़ने वाली सड़क खस्ताहाल हो चुकी है सरसंडा के पास झिंनगी नाला के ऊपर बनाए जाने वाला पुल थोड़ी सी बरसात के समय पानी से डूब जाता है इस पर निकलना मुश्किल हो जाता है लोगों का यह रास्ता पूरी तरह बंद हो जाता है कई दशक पहले बनाए गए पुल की किसी ने सुध नहीं ली है कई फीट नीचे गहराई में बना हुआ है इस सड़क व पुल को मरम्मत एवं दोबारा बनाए जाने की मांग सिरगामऊ प्रधान सिद्धार्थ गौतम ने की है इसी तरह बरावन कला गांव के अंदर से मौरा होते हुए जिल् को हो करके जेहटा दुर्गागंज मार्ग में मिलती है दुखद है कि इसका कुछ हिस्सा नगर निगम की सीमा में आता है कुछ ग्रामीण क्षेत्र में लेकिन सड़क गड्ढों में पूरी तरह तब्दील हो चुकी है इस पर निकलना बहुत ही मुश्किल है जिल्हापुर गांव के बाद करीब 1 किलोमीटर में आज भी खड़ंजा लगा हुआ है इस तरह क्षेत्र की तमाम ऐसी सड़के हैं जो शहर के किनारे होते हुए अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है क्षेत्र के तमाम जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने इन सड़कों को बनाए जाने व मरम्मत कराए जाने की मांग की है।