गाजियाबाद। यूपी में बच्चियों के साथ गलत करने वालों को अगले चौराहे पर यमराज मिलेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कथन पर यूपी पुलिस पूरी तरह खरी साबित हो रही है। गाजियाबाद में एक 7 साल की मासूम बच्ची की हत्या कर दी गई। बच्ची को घर से अगवा किया गया था। उससे रेप करने की कोशिश की। विरोध में बच्ची चिल्लाई तो उसे मुंह दबाकर मार डाला। इसके बाद बच्ची के घर की छत पर ही उसकी लाश फेंक दी गई। इस मामले में पुलिस ने बच्ची के चेचेरे मामा इमरान (27) को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, पूरा मामला नगर कोतवाली क्षेत्र के कैला भट्टा इलाके का है। शालीमार गार्डन इलाके में रहने वाली 7 वर्षीय बच्ची अपने मामा के यहां केला भट्टा इलाके में आई हुई थी। शुक्रवार रात करीब 12 बजे बच्ची के मामा जब घर पर लौटे तो बच्ची घर पर नहीं थी। पूरे घर में ढूंढा, कुछ पता नहीं चला। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को बच्ची के गायब होने की सूचना दी। परिजनों ने बताया कि हमारी बच्ची को अपनी चप्पलों से बहुत प्यार था। वह चप्पल पहने बिना एक कदम भी आगे नहीं चलती थी। इसलिए हमें पूरी आशंका थी कि जहां पर बच्ची की चप्पल मिलेंगी, वहीं पर उसके साथ कुछ गलत भी हुआ होगा। हमें शक हुआ कि बच्ची को यहां पर नहीं मारा गया। रात करीब 3 बजे पुलिस ने आस-पास के घरों में सर्च ऑपरेशन शुरू कराया, तो बच्ची की चप्पलें इमरान के घर में ऊपर वाले कमरे में मिल गईं। बच्ची की हत्या कर लाश को छत पर डाल गया था। इसके बाद इमरान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में गाजियाबाद एसीपी निमिष पाटिल का कहना है कि दिनांक 07.10.23 को थाना क्षेत्र कोतवाली क्षेत्र में एक घटना हुई थी, जिसमें एक 27 वर्षीय युवक ने अपनी ही 7 वर्षीय भांजी के साथ अश्लील हरकत करने के बाद उसका गला घोट कर हत्या कर दी थी। पुलिस द्वारा तत्काल घटना का संज्ञान लेते हुए सुसंगत धाराओं में FIR पंजीकृत कर अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसी क्रम में अभियुक्त का मेडिकल परीक्षण कराने हेतु उसको MMG अस्पताल लेकर गए थे। मेडिकल परीक्षण कराने के उपरांत अभियुक्त को वापिस लाने के दौरान अभियुक्त ने उसके साथ मौजूद पुलिसकर्मी का पिस्टल छीन कर भाग जाने की कोशिश की, इसी दौरान उसने पुलिस के ऊपर फायरिंग भी की, पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ की गई जवाबी फायरिंग में अभियुक्त के पैर में गोली लगी जिससे वह घायल हो गया, पुलिस द्वारा घायल अभियुक्त को उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।