बेटा पढ़ाओ – संस्कार सिखाओ अभियान के अथक प्रयास व सुधीर महरिया स्मृति संस्थान एवं जिला परिषद के सीईओ जयप्रकाश नारायण के सराहनीय सहयोग से बची कोरोना पीड़ित महिला की जान

सुधीर महरिया स्मृति संस्था एवं झुंझुनूं जिला परिषद सीईओ जयप्रकाश नारायण ने किया सराहनीय योगदान

आर पी पी न्यूज़- झुंझुनूं/सीकर/फतेहपुर शेखावाटी: सामाजिक सरोकार निभाते हुए बेटा पढ़ाओ – संस्कार सिखाओ अभियान के संयोजक हरीश शर्मा ने मानव धर्म का परिचय दिया तथा कोरोना पीड़ित महिला रतनीदेवी को नया जीवन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बेटा पढ़ाओ – संस्कार सिखाओ अभियान के संयोजक हरीश शर्मा ने बताया कि सोमवार को उनको किसी के माध्यम से महिला के बारे में सूचना मिली और महिला को प्लाज्मा की अत्यंत आवश्यकता थी पेसेंट प्लाज्मा के लिए दो दिन से परेशान हो रहें थे। सुचना मिलने के बाद उन्होंने सबसे पहले परिजनों से सम्पर्क साधा व उसके बाद उन्होंने सुधीर महरिया स्मृति संस्थान के फाउंडर फतेहपुर के पूर्व विधायक नन्दकिशोर महरिया से सम्पर्क साधा। महरिया ने बताया कि सुचना मिलने के बाद उन्होंने झुंझुनूं जिला परिषद सीईओ जयप्रकाश नारायण से सम्पर्क किया। सुचना मिलने के बाद झुंझुनूं जिला परिषद के सीईओ जयप्रकाश नारायण प्लाज्मा डोनेट करने के लिए सीकर के मित्तल अस्पताल पहुंचे। यहां पर जयप्रकाश नारायण ने प्लाज्मा डोनेट कर महिला को नया जीवन दिया। महिला फतेहपुर शेखावाटी के बलोद ग्राम निवासी हैं। इस कार्य मे योगदान देने के लिए बेटा पढ़ाओ – संस्कार सिखाओ अभियान के संयोजक हरीश शर्मा ने सुधीर महरिया स्मृति संस्थान के फाउंडर व पूर्व विधायक नन्दकिशोर महरिया एवं झुंझुनूं जिला परिषद सीईओ जयप्रकाश नारायण का आभार जताया। महरिया ने बताया कि अब तक 200 से अधिक कोरोना से पीड़ित लोगों को प्लाज्मा देने के लिए संस्था परिवार ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया हैं और आगे भी प्रयास जारी रहेगा।
वहीं हरीश शर्मा के प्रयासों के लिए रतनी देवी के परिजनों ने हरीश शर्मा व सुधीर महरिया स्मृति के फाउंडर व फतेहपुर के पूर्व विधायक नन्दकिशोर महरिया का बहुत आभार जताया और कहा की मानवता का धर्म निभाने के लिए शर्मा की तरह अन्य लोगों को भी आगे आना चाहिए और लोगों को प्रोत्साहित कर रक्तदान व प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
1- परिस्थिति विकट देख हरीश शर्मा हुए सक्रिय
बेटा पढ़ाओ -संस्कार सिखाओ अभियान के संयोजक हरीश शर्मा का कहना हैं कि सोमवार को व्हाट्सअप पर किसी ग्रुप के माध्यम से महिला के बारे में सूचना मिली की महिला रतनी देवी को ओ+ प्लाज्मे की अत्यंत आवश्यकता हैं। सुचना मिलने के बाद मेरे द्वारा सबसे पहले पेसेंट के परिजनों से बात की गई। परिजनों के बात करने पर पता चला की पेसेंट प्लाज्मे के लिए दो दिन से परेशान हो रहें हैं उन्होंने कोशिश भी की मगर प्लाज्मा नही मिल पा रहा था। उनकी मुसीबतें मुझसे देखी नही गई और मैनें सुधीर महरिया स्मृति संस्थान के फाउंडर फतेहपुर के पूर्व विधायक नन्दकिशोर महरिया से सम्पर्क किया ओर इस बारे में उनको पूरी जानकारी दी ओर विशेष आग्रह किया की महिला को ओ+ प्लाज्मा उपलब्ध करवाने में उनका सहयोग करें। उनके अथक प्रयासों के बाद महिला रतनी देवी को मित्तल हॉस्पिटल सीकर में प्लाज्मा डोनेट करवाया गया। इसके लिए सुधीर महरिया स्मृति संस्थान के फाउंडर व पूर्व विधायक नन्दकिशोर महरिया एवं झुंझुनूं जिला परिषद सीईओ जयप्रकाश नारायण का आभार प्रकट करता हूँ। उनके अथक प्रयासों से महिला को प्लाज्मा मिल पाया।

सुधीर महरिया स्मृति के फाउंडर व फतेहपुर के पूर्व विधायक नन्दकिशोर महरिया ने बताया कि बेटा पढ़ाओ – संस्कार सिखाओ अभियान के संयोजक हरीश शर्मा ने मुझे कॉल करके जानकारी दी कि एक महिला को ओ+ प्लाज्मे की आवश्यकता हैं,वे रविवार से प्लाज्मा के लिए परेशान हो रहें हैं उनके लिए प्लाज्मा की व्यवस्था की जाये। सुचना मिलने के बाद मैनें झुंझुनूं जिला परिषद सीईओ जयप्रकाश नारायण से सम्पर्क किया सूचना मिलते ही वे प्लाज्मा डोनेट करने के लिए सीकर के मित्तल अस्पताल पहुंचे। यहां पर जयप्रकाश नारायण ने प्लाज्मा डोनेट कर महिला को नया जीवन दिया। महिला फतेहपुर शेखावाटी के बलोद ग्राम निवासी हैं।

कोविड भयकंर विकराल रूप ले रहा है और राजस्थान में काफी मरीजो की तादाद हो रही है। मैं आप सभी से भी अपील करता हूँ की जो भी व्यक्ति इस कोरोना से जंग जीत चुके हैं और अब वे लोग बिल्कुल स्वस्थ है वो अब आगे आकर अपना प्लाज़्मा दान करे ताकि समय रहते मरीज की जान बचा सके। यह मैनें अपना पहला प्लाज़्मा डोनेट किया हैं।

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