गाजियाबाद/डिजिटल डेस्क। गाजियाबाद में समाधान दिवस पर हाथ की नस काटने से हुई किसान की मौत के मामले में रविवार को उपजिलाधिकारी ने हलका लेखपाल को सस्पेंड कर दिया है। लेखपाल पर आरोप है कि उसने अधिकारियों को इस मामले में गुमराह किया और सही जानकारी नहीं दी है।
गाजियाबाद में समाधान दिवस पर हाथ की नस काटने से हुई किसान की मौत के मामले में रविवार को उपजिलाधिकारी ने हलका लेखपाल को सस्पेंड कर दिया है। लेखपाल पर आरोप है कि उसने अधिकारियों को इस मामले में गुमराह किया और सही जानकारी नहीं दी है।
गांव डिडौली में अपनी जमीन से अवैध कब्जा नहीं हटने से क्षुब्ध किसान सुशील कुमार त्यागी ने शनिवार को तहसील परिसर में होने वाले समाधान दिवस में ब्लेड से हाथ की नस काट ली थी। इसी बीच हार्ट अटैक आने से उनकी मौत हो गई थी। किसान की मौत के बाद एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास व उपजिलाधिकारी शुभांगी शुक्ला मौके पर पहुंची और जांच की।
शनिवार को तो प्रशासनिक अधिकारी मामले को दबाने के लिए लीपा पोती करते रहे। उल्टे मृतक किसान की गलती बताने लगे। लेकिन मामला हाइलाइट होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया। जिलाधिकारी राकेश कुमार द्वारा मामले की जांच के लिए एडीएम प्रशासन के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। एडीएम प्रशासन से इस मामले में जल्द से जल्द तथ्य के आधार पर रिपोर्ट देने को कहा गया।
उपजिलाधिकारी शुभांगी शुक्ला ने बताया कि एडीएम प्रशासन द्वारा दी गई शुरुआत रिपोर्ट के बारे में कुछ नहीं कह सकती। उन्होंने बताया कि मृतक किसान द्वारा दी गई शिकायत का लेखपाल राजन प्रियदर्शी ने सही तरीके से निपटारा नहीं किया। इसके अलावा उन्होंने बताया कि दूसरी शिकायत पर लेखपाल ने बिना अधिकारियों को जानकारी दिए रिपोर्ट लगा दी थी। प्रथम दृष्यता लेखपाल की घोर लापरवाही सामने आई है। जिसके चलते उसे सस्पेंड कर दिया गया है।
जिलाधिकारी के आदेश के पर गांव डिड़ौली में जाकर मौके का मुआयना किया गया। लेखपाल दो बार मौके पर पैमाइश करने को गया था। लेकिन लेखपाल ने आधी अधूरी रिपोर्ट तैयार की। पूरे मामले की रिपोर्ट तैयारी कर जिलाधिकारी सौंप दी गई है। – ऋतु सुहास, एडीएम प्रशासन, गाजियाबाद