तमिलनाडु सरकार ने लगाया बैन,खून निकलवाकर लोग गिफ्ट कर रहे ब्लड पेंटिंग, आखिर क्यों बढ़ रहा है इसका क्रेज?

8 दिसंबर 2022 को तमिलनाडु के हेल्थ मिनिस्टर एमए सुब्रमण्यम चेन्नई में अचानक खून से पेटिंग बनाने वाले एक स्टूडियो में पहुंचते हैं। यहां पर पेंटिंग के लिए रखे गए कई ब्लड की शीशियों और नीडिल्स को देखकर वह हैरान रह जाते हैं। उसी वक्त वो खून से पेटिंग बनाने वाले स्टूडियो पर बैन लगाने का ऐलान कर देते हैं।

0
184

तमिलनाडु/डिजिटल डेस्क।  मिलनाडु सरकार ने खून से बनी पेंटिंग पर रोक लगा दी है। इसकी वजह राज्य में ‘ब्लड आर्ट’ के चलन में तेजी को बताया जा रहा है। राज्य सरकार ने सेफ्टी कंसर्न से यह फैसला लिया है। इसे आप इस कहानी से भी समझ सकते हैं…चेन्नई के 20 साल के गणेशन की गर्लफ्रेंड का पिछले साल 10 दिसंबर को बर्थडे था। गणेशन अपनी गर्लफ्रेंड को कोई यूनीक गिफ्ट देना चाहता था, जिससे उसका प्यार सबसे अलग दिखे। इस दौरान उसके एक दोस्त ने उसे ‘ब्लड आर्ट’ के बारे में बताया। एक ऐसी पेटिंग जिसमें आप अपने खून से अपने किसी भी करीबी की तस्वीर बनवा सकते हैं।गणेशन को यह आइडिया काफी यूनीक लगा। वो चेन्नई के एक ऐसे ही स्टूडियो में गया। यहां पर गणेशन ने A4 साइज की पेटिंग बनवाने के लिए 5 मिली लीटर खून दिया। तमिलानाडु में गणेशन की तरह ही सैकड़ों मामले आए हैं, जिसमें लोग अपनों के लिए खून से पेंटिंग बनवा रहे हैं।

तमिलनाडु सरकार ने ‘ब्लड आर्ट’ पर आखिर रोक क्यों लगाई?
28 दिसंबर 2022 को तमिलनाडु के हेल्थ मिनिस्टर एमए सुब्रमण्यम चेन्नई में अचानक खून से पेटिंग बनाने वाले एक स्टूडियो में पहुंचते हैं। यहां पर पेंटिंग के लिए रखे गए कई ब्लड की शीशियों और नीडिल्स को देखकर वह हैरान रह जाते हैं। उसी वक्त वो खून से पेटिंग बनाने वाले स्टूडियो पर बैन लगाने का ऐलान कर देते हैं।

मंत्री सुब्रमण्यम ने कहा कि कोई व्यक्ति या संस्था खून से पेंटिंग बनाते पाए जाते हैं तो उसके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी। सुब्रमण्यम ने कहा कि- ‘ब्लड आर्ट दण्डनीय है। ब्लड डोनेशन एक पवित्र कार्य है। ऐसे उद्देश्यों के लिए खून निकालना मंजूर नहीं है। प्यार और स्नेह दिखाने के कई और तरीके हैं। इसमें ब्लड आर्ट को शामिल नहीं किया जाना चाहिए।’जांच के दौरान पता चला कि स्टूडियो में ब्लड लेने की प्रक्रिया तय प्रोटोकॉल के अनुसार नहीं होती है। यहां एक ही नीडिल यानी सुई कई लोगों का ब्लड निकालने के लिए यूज होती है। इससे आम लोगों में इंफेक्शन फैलने का खतरा हो सकता है।

‘आमलोगों को नहीं है खून निकालने की अनुमति’
हेल्थ एक्सपर्ट एम वेंकटाचलम के मुताबिक, तमिलनाडु में तेजी से ये ट्रेंड बढ़ रहा है, जो चिंता की बात है। किसी इंसान के शरीर से खून निकालने के लिए केवल लैब टेक्नीशियन, फ्लेबोटोमिस्ट, नर्स या फिजीशियन को ही अनुमति होती है।उन्होंने कहा कि यह समझ से परे है कि लोग जोखिम मोल लेकर ऐसे स्टूडियो में अपना खून निकलवा रहे हैं। इससे कई तरह की बीमारी फैलने की संभावना है। जैसे-

  • हेपेटाइटिस बी
  • हेपेटाइटिस सी
  • HIV

ऐसा इसलिए क्योंकि ये वायरस ब्लड और शरीर के अन्य तरल पदार्थों के माध्यम से ही दूसरे इंसान के शरीर में प्रवेश करते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here