लखनऊ (राजन पटेल)। हंगामे और खींचतान से शुरू हुई उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अनुपूरक बजट और लेखानुदान पर अपनी बात रखने के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगभग दो घंटे पूरी रौ में दिखे। भाजपा सरकार की तमाम उपलब्धियां गिनाने के साथ ही उन्होंने उदाहरणों और संस्मरणों से पिछली सरकारों को आईना दिखाया। समाजवादी पार्टी को कटघरे में खड़ा करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। कहा कि सपा सरकार में माफियावाद, भाई-भतीजावाद और बंदरबांट न होती तो उत्तर प्रदेश, देश में अग्रणी होता। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से पहले पांच कालिदास मार्ग (मुख्यमंत्री आवास) से निकलने का किसी के पास मौका नहीं था, क्योंकि उन्हें प्रदेशवासियों की नहीं बल्कि परिवार की ही चिंता रहती थी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता भी मानने लगी है कि अब बहुरूपिया ब्रांड बन चुका समाजवाद एक रेड अलर्ट है। इससे पूरी तरह मुक्ति मिलनी ही चाहिए। मुख्यमंत्री ने सपा का नाम लिए बिना कहा कि वोट बैंक के स्वार्थ में जिन्ना को महिमा मंडित किया जा रहा है। इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता। करोड़ों हिंदुओं का कत्लेआम कराने वाला जिन्ना भारत का आदर्श कभी नहीं हो सकता। योगी ने कहा कि इस देश को न समाजवाद चाहिए, न कोई और वाद, बस रामराज्य चाहिए।