विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि पिछले 9 महीने में पाकिस्तान की हिरासत में 6 भारतीय लोगों की मौत हुई है जिसमें से 5 मछुआरे थे। इन सभी 6 लोगों ने अपनी सजा पूरी कर ली थी। भारत के द्वारा उनकी देश वापसी की अपील के बावजूद उन्हें गैरकानूनी ढंग से हिरासत में रखा गया।
उन्होंने कहा कि भारतीय कैदियों की पाकिस्तान में कैद के दौरान मृत्यु के बढ़ते मामले चिंता का विषय है। भारतीय कैदियों की सुरक्षा का मुद्दा इस्लामाबाद में हमारे हाई कमीशन द्वारा बार-बार उठाया गया है। पाकिस्तान सरकार से अपील है कि सभी भारतीय कैदियों को तुरंत रिहा करके भारत भेजा जाए।
चीन मुद्दे पर कही यह बात
चीन के साथ LAC पर विवाद को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि LAC पर डिसइंगेजमेंट के जो कदम जरूरी हैं, अभी उस स्थिति तक नहीं पहुंचे हैं। ऐसा कहना सही नहीं होगा कि स्थिति सामान्य है। कुछ सकारात्मक कदम हुए हैं, लेकिन कुछ कदम अभी शेष हैं।
कैलिफोर्निया की घटना चौंकाने वाली
कैलिफोर्निया में एक भारतीय मूल के परिवार की हत्या पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि घटना चौंकाने वाली है। हमारा दूतावास परिवार के संपर्क में है। मर्सिड काउंटी की पुलिस मामले की जांच कर रही है। हम उन्हें हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।
छात्रावास में भारतीय मूल के छात्र की हत्या पर भी बोले
इंडियाना (यूएस) छात्रावास में भारतीय मूल के छात्र की हत्या पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हमें बताया गया है कि अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया है। हम घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं।
म्यांमार में फंसे लोगों को निकाल रहे
म्यांमार में फंसे भारतीयों पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि अब तक करीब 50 लोगों को बचा लिया गया है। हम दूसरों को भी वापस पाने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे पास म्यांमार में बंदी बनाए गए लोगों की सही संख्या नहीं है। हम वहां कई भारतीयों के संपर्क में हैं।
पीओजेके और अमेरिका पर कही यह बात
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने अमेरिका को पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में अमेरिकी राजदूत की यात्रा पर अपनी आपत्ति से अवगत करा दिया है। अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को F-16 जेट पर MEA ने कहा कि अमेरिका ने कुछ स्पष्टीकरण दिया लेकिन इस मुद्दे पर हमारे विचार संयुक्त राज्य अमेरिका को बहुत अच्छी तरह से ज्ञात हैं।
भारत सभी मानवाधिकारों के लिए प्रतिबद्ध: बागची
उन्होंने कहा कि भारत सभी मानवाधिकारों के लिए प्रतिबद्ध है। UNHRC में भारत का वोट लंबे समय से चली आ रही स्थिति-देश-विशिष्ट प्रस्तावों के अनुरूप कभी मददगार नहीं होता। भारत ऐसे मुद्दों से निपटने के लिए बातचीत का पक्षधर है। चीन के शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकारों की चिंताओं का OHCHR आकलन नोट किया गया। चीन के शिनजियांग प्रांत के लोगों के मानवाधिकारों का सम्मान किया जाना चाहिए।
एफटीए पर कही यह बात
यूके के प्रधानमंत्री के सचिव की एफटीए पर टिप्पणी को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रवासन गतिशीलता महत्वपूर्ण तत्व है और इसके बारे में समझ है। जब भी विदेश में भारतीय नागरिक होते हैं, हम कानूनी प्रवासन को दृढ़ता से प्रोत्साहित करते हैं। हम यूके की ओर से इस पर स्पष्ट कार्रवाई दिखाने की उम्मीद करेंगे।