आर.पी.पी. न्यूज़
रुधौली बस्ती, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा निर्देशों के अनुरूप आज राजकीय महाविद्यालय, रुधौली, बस्ती में पूर्वाह्न 11 बजे से प्राचार्य की अध्यक्षता में “तनाव प्रबंधन में योग की उपादेयता” विषय पर एक ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन ज़ूम मीटिंग के माध्यम से किया गया। कार्यक्रम की रुपरेखा पर प्रकाश डालते हुए संयोजिका डॉ० शैलजा ने 21 जून की महत्ता से विद्यार्थियों को अवगत कराया। डॉ० अंकिता मधेसिया ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए योग को अपने दिनचर्या में शामिल करना बहुत आवश्यक है। प्राचार्य डॉ० राजेश कुमार शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा की भारतीय दर्शन में प्रारंभिक चरण से ही योग का अत्यधिक महत्त्व रहा है। आधुनिक युग की भौतिकवादी भाग-दौड़ में जिस तरह से हर व्यक्ति मानसिक तनाव से ग्रसित हो रहा है और जिसके फलस्वरूप अनेकों ब्याधिया उसे घेर ले रही है, उसके हल का एकमात्र समाधान योग ही है। योग से न केवल व्यक्ति का तनाव काम होता है अपितु मन और मस्तिष्क को शांति भी मिलती है। हर मानव की इच्छा स्वयं से और पर्यावरण से समरस होकर जीवित रहने की है। तथापि आधुनिक युग में अधिक शारीरिक और भावात्मक इच्छायें लगातार जीवन के अनेक क्षेत्रों पर भारी हो रही हैं। परिणामत: अधिकाधिक व्यक्ति खिंचाव, चिंता, अनिद्रा जैसे शारीरिक और मानसिक तनावों से पीडि़त रहते हैं और शारीरिक सक्रियता और उचित व्यायाम में एक असंतुलन बन गया है। यही कारण है कि स्वस्थ बने रहने और उसमें सुधार के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक समरसता बनाए रखने के लिए योग को हमें अपने दैनिक जीवन में अवश्य अपनाना चाहिए। इस दौरान अनेक छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार साझा किये और अपने- अपने घर में रहकर योग करते हुए फोटोग्राफ भी साझा किये। कार्यक्रम का सञ्चालन श्री जगदीश प्रसाद ने किया और अंत मेंडॉ ० शैलजा ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।