प्रयागरागज के संगम तट पर आज से शुरू हुआ माघ मेला, श्रद्धालुओं के साथ अच्छा व्यवहार करने का है निर्देश

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प्रयागराज। जब भी पुलिस की बात आती है तो लोगों के मन में लाठियां भांजने और गाली देने की छवि सामने आ जाती है। वही पुलिस का नया रूप देखना है तो संगम तीरे बसे तंबुओं के शहर में आइए, जहां माघ मेला आयोजित हो रहा है। यहां हजारों की संख्या में पुलिस की तैनाती है लेकिन यह पुलिस सेवा भाव के साथ यहां ड्यूटी निभा रही है। श्रद्धालुओं के साथ सिंघम की तरह नहीं बल्कि गांधीगिरी तरीके से उन्हें समझाने का प्रयास करेगी।

आज पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ यहां माघ मेले की शुरूआत भी हो गई है। यहां देश भर से आए श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। पुलिस उनकी सेवा और सुरक्षा में तैनात है। उच्चाधिकारियों ने माघ मेले में पुलिस को शालीन, सभ्य और संतुलित व्यवहार का निर्देश दिया है।

श्रद्धालुओं से दुर्व्यवहार पर होगा निलंबन

पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों की ओर से यह सख्त निर्देश दिए गए हैं कि श्रद्धालुओं के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार न किया जाए। किसी के भी साथ दुर्व्यवहार करने पर निलंबन की कार्रवाई भी होगी। अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन भानु भास्कर की ओर से ब्रीफिंग भी की गई है। पुलिस आयुक्त रमित शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक चंद प्रकाश, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक माघ मेला डा. राजीव नारायण मिश्र, पुलिस अधीक्षक माघ मेला आदित्य कुमार शुक्ल व नोडल पुलिस अधिकारियों द्वारा इसके लिए मानिटरिंग भी की जा रही है।

पुलिस इस तरह से करेगी अपना काम

  • सभी अधिकारी व कर्मचारी मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ सभ्य व शालीन व्यवहार करें। किसी के साथ दुर्व्यवहार कदापि न किया जाय।
  • सभी अधिकारी व कर्मचारी निर्धारित समय पर अपने-अपने ड्यूटी स्थल पर पहुंचकर अपने अधीनस्थ कर्मियों से समन्वय स्थापित कर लें।
  • अच्छे टर्न आउट के साथ उत्साहपूवर्क, सेवाभाव से सतर्कतापूर्वक ड्यूटी संपादित करेंगे तथा भीड़ नियंत्रण के लिये सीटी का प्रयोग अवश्य करें।
  • प्रतिबंधित स्नानघाटों पर जहां कटान हैं उस ओर स्नानार्थियों को न जाने दिया जाय और यह सुनिश्चित किया जाये कि स्नानार्थी निर्धारित स्नान घाटों पर ही स्नान करें।
  • स्नान घाटों पर स्नान के बाद लोगों को न रूकने दिया जाय, जिससे स्नानघाट पर भीड़ एकत्रित न होने पाए।

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