गोरखपुर। गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा यानी को गोरखनाथ मंदिर के शक्ति मंदिर में शाम 5 बजे कलश स्थापना किए हैं इसके साथ ही गोरखनाथ मंदिर में विशेष अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। मां शक्ति की पूजा के लिए गोरक्षपीठ में सभी तैयार पूरी हो चुकी है।गोरक्षपीठ में शिव के साथ शक्ति की आराधना की अद्भुत परंपरा है। मठ के प्रथम तल पर स्थित शक्ति मंदिर में पूरे नवरात्र अनवरत साधना चलती है। नवरात्र की पूर्णाहुति पर राघव अर्थात भगवान राम का राजतिलक करने की परंपरा अन्यत्र नहीं दिखती। दशहरा पर राघव का राजतिलक करने गोरक्षपीठाधीश्वर खुद मौजूद रहेंगे। गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ बताते हैं कि प्रतिपदा पर शाम 5 बजे गोरखनाथ मंदिर में परम्परागत कलश यात्रा निकलेगी। यह यात्रा मंदिर के परम्परागत सैनिकों की सुरक्षा में निकलेगी जिसमें सभी साधु-संत, पुजारी, योगी, वेदपाठी बालक, पुरोहित एवं श्रद्धालु शामिल होंगे। कलश यात्रा में शिव, शक्ति और बाबा गोरखनाथ के अस्त्रत्त् त्रिशूल को मंदिर के मुख्य पुजारी योगी कमलनाथ लेकर चलते हैं। परंपरा के अनुसार त्रिशूल लेकर चलने वाले को 9 दिन मंदिर में ही रहना होता है।