आर.पी.पी. न्यूज: पनियरा संवाददाता सद्दाम हुसैन की रिपोर्ट।
पनियरा । पंचायत चुनाव के आरक्षण की सूची के प्रकाशन के बाद कही रही मायूसी तो कहीं खुशियो का बन गया माहौल । बीडीसी सदस्यो , ग्राम प्रधानों , जिला पंचायत सदस्यों ब ब्लाक प्रमुख के आरक्षण की अंतिम सूची जैसे ही पनियरा ब्लाक मुख्यालय पर चस्पा हुई तो किसी के उम्मीदों की आस में पंख लग गया तो किसी के किए कराए पर पानी फिर गया , जिसका परिणाम रहा कि जिसकी मंसाओ पर पानी फिर गया वह प्रत्यासी अपने घरों में मन को मायूस कर अपने भाग्य पर आंसू बहाने के सिवा उनके पास कुछ नही था तो वही पर जिनकी सीट पूर्व में कुछ और हुई थी और अब उनके मन माफिक हो गयी तो वह लोग फुले नही समा रहे थे । गांवों में शनिवार की शाम व रविवार की सुबह कुछ ऐसी रही जैसी उनकी मुराद पूरी हो गयी हो ! हलाकि अभी तो असल लड़ाई बाकी ही है लेकिन चुनावी अखाड़े में उतरने का मौका मिलने से ही उनके राजनैतिक सोंच में चार चांद लग गया ।
पनियरा ब्लाक में कुल 72 ग्राम सभा है जिसमे पूर्व के आरक्षण से इस बार के आरक्षण में बहुत बदलाव हुए । जिससे बहुत से ऐसे सम्भावित प्रत्यासी थे जो काफी दिनों से अपने अपने ग्राम सभा मे जनता के बीच मे रह कर अपनी जमीन तैयार कर चुनाव लड़ प्रधानी की कुर्सी पर कब्जा जमाने का ख्वाब संजोए थे तो कितनो के ख्वाब टूट चुके थे लेकिन शनिवार को जो सूची प्रकाशित हुई उसमे बहुतो के ख्वाब हकीकत में बदल गए और उनकी सीट उनके लड़ने योग्य हो गयी इससे प्रत्याशीयो के साथ साथ समर्थको में भी खुशी का माहौल रहा । जैसे ब्लाक का ग्राम सभा नरकटहां पूर्व में एससी था अब सामान्य हो गया , जंगल बड़हडा पूर्व में एससी हुआ था अब पिछड़ी सीट हो गयी । इसी प्रकार बहुत सारे ग्राम सभाओं में स्थित बदली है । उक्त दोनों ग्राम सभाओं में तस्वीर बदलने से किसी के उम्मीदों में पंख लगे तो किसी को अपने वर्चस्व को कायम रखने का मौका मिल गया । इसे कहते हैं किस्मत का खेल , इंसान लाख प्रयास कर ले लेकिन होता वही है जो मंजूरे खुदा होता होता है । चुनाव लड़ने की तैयारी करने वाले बहुत सारे लोगों के अरमानों पर आरक्षण ने पानी फेर दिया तो बहुत से लोगों लोगो के अरमान बरकार हैं लेकिन आने वाला कल किसके हाथो में होगा इसे भी लेकर चर्चाएं शुरू हो गयी है ।